बहुत दिनों से चल रहे उठापटक के बाद आखिरकार कल जदयू ने अपना राज्यसभा उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी। वही हुआ जिसका अंदेशा था ।आरसीपी का पत्ता साफ और ललन सिंह के प्रस्तावित कैंडिडेट खीरू महतो को राज्यसभा जाने का जदयू का टिकट। इस तरह के घटनाक्रम से यह तो साफ हो गया है कि जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार सचमुच में पुराने दिनों के करीबी आरसीपी सिंह से काफी खफा हैं। और वर्तमान में आरसीपी सिंह का वजूद जदयू में ना के बराबर है। और इस प्रकार आरसीपी सिंह का राजनीतिक कैरियर अधर में लटकता दिख रहा है। आरसीपी सिंह लोकसभा चुनाव तक जदयू मे टिकते हैं तो जदयू पार्टी उन्हें लोकसभा के चुनाव में किसी लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बना सकती है।
इन सब के बीच एक बात और महत्वपूर्ण है कि शेखपुरा जिला की राजनीति में इस तरह के उठापटक से क्या असर पड़ेगा। आरसीपी सिंह के टिकट कटने से शेखपुरा जिला में जदयू का एक खेमा अंदर से खुश है। उसका एक कारण भी है कि विधानसभा चुनाव में बरबीघा के उम्मीदवार सुदर्शन कुमार को हराने के लिए आरसीपी सिंह ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। बहुत ही करीबी डॉ राकेश रंजन ने भी निर्दलीय उम्मीदवार बनकर कुर्मी जाति के वोट में भारी सेंध लगाया था और लगभग 8000 वोट प्राप्त किए थे। हालांकि जदयू उम्मीदवार सुदर्शन कुमार 113 वोट से जीत हासिल किया था। वहीं जदयू का दूसरा खेमा आरसीपी सिंह के टिकट नहीं मिलने से काफी दुखी होगा। आरसीपी सिंह के समर्थक पूर्व जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार भी नीतीश कुमार के इस कदम से काफी हताश हुए होंगे। हालांकि अभी तक इस संबंध में शेखपुरा जिला के किसी नेता का बयान या पोस्ट नहीं आया है। हालांकि आज कल देखा जा रहा है कि दूसरा खेमा भी राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की अगुवाई में लगा रहता है। आरसीपी सिंह और ललन सिंह की शीत युद्ध से जदयू पार्टी के कार्यकर्ता और नेता अच्छी तरह वाकिफ हैं।
हालांकि शेखपुरा विधानसभा में एक खेमा उपेंद्र कुशवाहा के करीबी जितेंद्रनाथ का भी है। जितेंद्र नाथ भी आरसीपी सिंह के टिकट कटने से अंदर अंदर मुस्कुरा रहे होंगे। आने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू उम्मीदवार के रूप में शेखपुरा विधानसभा से जितेंद्र नाथ अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं। चुकि पूर्व जद यू विधायक शेखपुरा रणधीर कुमार सोनी आरसीपी सिंह के खेमे से आते हैं। और आज के तारीख में आरसीपी सिंह की स्थिति जदयू में अच्छी नहीं है।
वहीं भाजपा ने शेखपुरा जिला के एक साधारण कार्यकर्ता शंभू शरण पटेल को अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर शेखपुरा जिला का मान बढ़ाया है।