शेखोपुरसराय प्रखंड के नीमी,ओनामा और पांची पंचायत को बिहार राज्य फसल सहायता योजना (रबी ) गेहूं फसल के लिए सहकारिता विभाग बिहार सरकार द्वारा क्रॉप कटिंग के आधार पर अयोग्य घोषित किया गया है। वही चरुआमां मोहब्बतपुर, अंबारी, बेलाव गेहूं फसल के लिए योग्य घोषित किया गया है। जबकि शेखोपुर सराय के पांचों पंचायत नीमी चरूआवां, बेलाव, अंबारी, मोहब्बतपुर, पांची को बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत चना और मसूर फसल के लिए योग्य घोषित किया गया है। विदित हो कि शेखोपुर सराय प्रखंड में गेहूं की अच्छी नहीं थी। और सरकारी स्तर से पैक्स और व्यापार मंडल के द्वारा एक छटाक गेहूं की खरीद नहीं हुई थी। फिर भी नीमी, ओनामा और पांची पंचायत में गेहूं फसल की क्षति नहीं दिखाई गई है जिससे यहां के किसान काफी आक्रोशित हैं। कृषि विभाग के एक अधिकारी बताते हैं कि क्रॉप कटिंग के आधार पर नीमी पंचायत में भी गेहूं फसल की क्षति दिखाई गई थी,फिर भी नीमी पंचायत को गेहूं फसल के लिए फसल सहायता योजना लाभ के लिए अयोग्य घोषित करना समझ से परे है। पिछले वर्ष धान फसल के लिए भी नीमी पंचायत को बिहार राज्य फसल सहायता योजना (खरीफ) के लिए अयोग्य घोषित किया गया था। क्योंकि नीमी पंचायत में धान की उपज बहुत अच्छी थी और पैक्स और व्यापार मंडल के स्तर पर धान की बंपर खरीद हुई थी। नीमी पंचायत के किसानों का कहना है कि विगत वर्ष गेहूं और धान फसल ् की उपज काफी कम हुई थी और उन्हें दोनों बार बिहार राज्य फसल सहायता योजना का लाभ मिलना चाहिए था। लेकिन सरकार के इस रवैया से हमलोग काफी नाखुश हैं। वही पांची पंचायत के किसानों का आरोप है कि स्थानीय स्तर पर पैक्स अध्यक्ष द्वारा कृषि विभाग और सांख्यिकी विभाग से सांठगांठ कर धान और गेहूं की बंपर उपज दिखाया जाता है जिस वजह से सहकारिता विभाग द्वारा उन्हें धान और गेहूं की क्षति होने के बावजूद भी बिहार राज्य फसल सहायता का लाभ नहीं मिल पाता है।एक तरफ अच्छी मानसून नहीं होने के वजह से किसान धान की रोपाई नहीं कर रहे हैं और दूसरी तरफ फसल सहायता योजना का लाभ नहीं घोषणा से किसान काफी मर्माहत है। बहरहाल जो भी हो इस वर्ष भी बारिश नहीं होने के कारण खरीफ की उपज अच्छी होने की उम्मीद नहीं है।
